अगरबत्ती उद्योग, व्यापार की शुरुआत एवं उचित योजना।

अगरबत्ती बनाने के लिए आपको बांस की लकडी, सफेद चंदन, चारकोल, राल, परफ्यूम तथा गूगल आदि की जरुरत होगी।

परिचय:- भारतीय संस्कृति में अगरबत्ती का धार्मिक महत्व प्राचीन काल से चला आ रहा है। इसका इस्तेमाल हर घर में और हर मंदिर में पूजा पाठ के लिए किया जाता है। सामान्य पूजा हो या खास, अगरबत्ती के बिना मुमकिन नहीं है।

अगरबत्ती की मांग बढ़ती ही जा रही है और आगे भी बढ़ेगी क्युकी भारत में लोग पूजा पाठ करना कभी नहीं छोड़ेंगे। ऐसे में अगरबत्ती बनाने का काम आपको घर बैठे रोजगार दे सकती है। यह एक ऐसा उद्योग है जिसमें आप कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
अगरबत्ती

संभावना:- अगरबत्ती की मांग बढ़ती ही जा रही है और आगे भी बढ़ेगी क्युकी भारत में लोग पूजा पाठ करना कभी नहीं छोड़ेंगे। ऐसे में इसे बनाने का काम आपको घर बैठे रोजगार दे सकती है। यह एक ऐसा उद्योग है जिसमें आप कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

व्यापार की शुरुआत:- इस उद्योग को आप छोटे स्तर पे भी शुरू कर सकते है। इसके लिए आपको सिर्फ कुछ कच्चे माल और मशीन चाहिए होगी जो की आपको बाजार या फिर ऑनलाइन भी मिल जायेगा।

स्थान:- छोटे स्तर पे आप यह उद्योग अपने घर से शुरू कर सकते है लेकिन बड़े स्तर पे यह काम करने के लिए आपको लगभग 1000 स्क्वायर फीट जगह की जरुरत पड़ेगी।

कच्चा माल:- अगरबत्ती बनाने के लिए आपको बांस की लकडी, सफेद चंदन, चारकोल, राल, परफ्यूम तथा गूगल आदि की जरुरत होगी।

मशीनरी:- आप अपने व्यापार के स्तर के अनुसार मशीन का चुनाव कर सकते है। अगरबत्ती को बनाने वाली मशीन को तीन प्रकार बांटा गया है;

मैनुअल मशीन:- यह 2 प्रकार, सिंगल और डबल पैडल की होती है जिसे ऑपरेट करना बहुत आसान है।

ऑटोमेटिक मशीन:- बड़े स्तर पे व्यापर करने के लिए ऑटोमेटिक मशीन सही विकल्प है क्युकी इससे ज्यादा अगरबत्ती उत्पादन हो सकता है। यह मशीन एक मिनट में 150-180 अगरबत्ती बना सकती है।

हाई स्पीड ऑटोमेटिक मशीन:- यह मशीन पूरी तरह से स्वचालित मशीन होती है और इस तरह के मशीन में कर्मचारियों की कम जरूरत पड़ती है। यह मशीन एक मिनट में 300-450 अगरबत्ती बना सकती है।

मिक्सर:- मिक्सर से सुखी और गीली दोनों तरह के पाउडर का मिश्रण तैयार किया जा सकता है। इससे अगरबत्ती बनाने वाली सामग्री को मिलाया जाता है। इसका दाम मिश्रण करने की क्षमता पर निर्भर कर सकता है।

अगरबत्ती ड्रायर मशीन:- इस मशीन से बने हुए प्रोडक्ट को सुखाया जाता है। यह मशीन लगभग 25,000 रूपये तक की आ सकती है और 8 घंटे में 160 किलो अगरबत्ती को सुखा सकती है।

अगर आप अगरबत्ती ड्रायर मशीन नहीं खरीदना चाहते तो आप इसको छाओं में पंखे से भी सुखा सकते हैं। ध्यान रखें की अगरबत्ती को कभी भी धूप में ना सुखाए।

रजिस्ट्रेशन:- व्यवसाय को बड़े स्तर पर शुरू करने से पहले कुछ आवश्यक दस्तावेजी कारवाई कर लेनी चाहिए जैसे की, कंपनी के आकार के अनुसार व्यापार को पंजीकृत, व्यापार को एसएसआई यूनिट में पंजीकृत, व्यापार के चिन्ह को पंजीकृत, विनिर्माण यूनिट के लिए प्रदुषण नियन्त्रण बोर्ड से एनओसी, फैक्ट्री लाईसेंस, GST पंजीकरण, व्यवसाय पैन कार्ड आदि ले लें।

लागत:- इस व्यापार को छोटे स्तर पे घर से 13000 रुपये में शुरू किया जा सकता है। ऐसे में आपको हाथो से इसे बनाना होगा। बड़े स्तर पे आप यह व्यापार मशीन बैठाकर लगभग 5 लाख रूपये तक की लागत में शुरू कर सकते हैं।

अगरबत्ती बनाने की प्रक्रिया तथा पैकेजिंग

हाथ से अगरबत्ती बनाने के लिए सबसे पहले 2 किलो, चारकोल पाउडर, लकड़ी का पाउडर और जिगात पाउडर आदि ले और उसमे 1-1.5 लिटर पानी मिलाकर इसे कड़े रूप में गुथ लें।

अब बांस की पतली लकड़ी ले के इसके ऊपर इसे चिपका दे और हाथ से इसको रोल करे। इसके बाद, अब अगरबत्ती को सुगन्धित तेल में डुबोकर सुखा दे। जब अगरबत्ती अच्छे से सूख जाये तो इससे पैक कर ले बेच दे।
अगरबत्ती पैकेजिंग

अब बांस की पतली लकड़ी ले के इसके ऊपर इसे चिपका दे और हाथ से इसको रोल करे। इसके बाद, अब इसे सुगन्धित तेल में डुबोकर सुखा दे। जब यह अच्छे से सूख जाये तो इसे पैक कर के बेच दे।

पैकेजिंग:- अगरबत्ती को पहले प्लास्टिक के पाउच में और फिर कंपनी का नाम और लोगो के कार्डबोर्ड डब्बे में भर के करे। इसके साथ ही आप मार्केटिंग पे भी खास ध्यान दे।

आमदनी:- इस काम में मुनाफा इस बात पर निर्भर है कि आप तैयार किया गया समान कितना और कितने में बेच पाएं। इसके अलावा अगर बाजार में आपके अगरबत्ती का ब्रांड है लोग उसकी मांग ज्यादा कर रहे हैं तो आप अपने प्रोडक्ट का दाम भी बढ़ा सकते है। इसके लिए आप ध्यान दे कि आपका प्रोडक्ट दुसरो से अलग और अच्छा हो।

फसलबाज़ार

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