मुर्गी पालन एक सफल व्यापार एवं इसके महत्व।

मुर्गी पालन एक सफल व्यवसाय है। यह एक ऐसा व्यापार है जिसको कम पूंजी में, कम समय में, कम मेहनत में और कम जगह में प्रारंभ किया जा सकता है। आज भारत में एक अनुमान के मुताबिक लगभग 50-60 लाख लोग मुर्गी पालन रोजगार से जुड़े हुए है।

परिचय:– मुर्गी पालन एक सफल व्यवसाय है। यह एक ऐसा व्यापार है जिसको कम पूंजी, कम समय, कम मेहनत और कम जगह में प्रारंभ किया जा सकता है। आज भारत में एक अनुमान के मुताबिक लगभग 50-60 लाख लोग मुर्गी पालन रोजगार से जुड़े हुए है।

पोल्ट्री बिज़नेस को प्रारंभ करना बहुत कठिन नहीं है, बल्कि थोड़े लगन और कड़ी मेहनत से अच्छा खासा व्यापार किया जा सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक मुर्गी पालन लगभग 15% ग्रोथ रेट के साथ बढ़ रहा है तथा इसमें असीम संभावनाए है।

जगह की आवश्यकता:- मुर्गी पालन करने से पहले यह आवश्यक है की आपको कितने जगह की जरुरत पड़ने वाली है। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 1-1.5 वर्गफीट एक मुर्गी के लिए आवश्यक है।

 मुर्गी पालन करने से पहले यह आवश्यक है की आपको कितने जगह की जरुरत पड़ने वाली है। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 1-1.5 वर्गफीट एक मुर्गी के लिए आवश्यक है।
मुर्गी पालन

इस तरह तरह 100 मुर्गी पालने के लिए आपको 100 – 150 वर्गफीट की जगह की आव्यसक्ता होगी। जगह हवादार और सुरक्षित हो आस-पास जंगल न हो।

सड़क से नजदीक और शहर के करीब मुर्गी फॉर्म लगायें, अन्यथा माल भेजने का खर्चा जायदा पड़ेगा। पिने के पानी के लिए उचित धयान रखे, संभव हो तो एक बोरेवेल(नलकूप) या कुवां रखे ताकि पानी हमेशा रहे। जिस स्थान पर आप मुर्गियों या चूजे को रखने वाले है वहाँ नमी नहीं होनी चाहिए।

चूजे और मुर्गी का उचित खयाल रखे:- आपको ध्यान रखना होगा की किस जगह से आप चूजे उठाने वाले है। कोशिश कीजिये की किसी प्रतिष्टित कुक्कुट पालन केन्द्र से ही चूजे लाया करे।

औसतन एक चूजे का दाम लगभग ₹18 से ₹24 पड़ जाता है। एक चूजे को 1 kg का होने में लगभग 40 से 50 दिन लग जाता हैं। अतः 40-50 दिनों के भोजन पानी का उचित प्रबंध करें।

ध्यान रखे की चूजे और मुर्गियां अंधरे में कभी भी खाना नहीं खाती है, इसलिए अंधरे में या रात में खाना न दें नहीं तो कीड़े लगने का डर लगा रहता है।

साफ सफाई का भी ध्यान रखें। खुली और हवादार जगह में मुर्गियों को रखने से उन्हें अच्छी हवा मिलती है, जिससे उन्हें फेफड़े की बीमारी से बचाव होता है।

चूजों के लिय पहले सप्ताह में कमरे का तापमान 35 डिग्री रखे। बार-बार चूजे को हाथ से ना छुए, ऐसा करने से वे डर जाते है और विकास में रुकावट हो सकती है।

मुर्गी का व्यापार, खान-पान एवं बाज़ार के भाव।

व्यापार:- अगर आप देशी मुर्गा का व्यापार करे तो आपको ना केवल अधिक लाभ होगा अपितु आपको कम ख्याल भी रखना होगा। मुर्गे की एक विशेष प्रजाति कड़कनाथ भी आज कल बहुत चर्चा में है।

अगर आप देशी मुर्गा का व्यापार करे तो आपको ना केवल अधिक लाभ होगा अपितु आपको कम ख्याल भी रखना होगा। मुर्गे की एक विशेष प्रजाति कड़कनाथ भी आज कल बहुत चर्चा में है।
देशी मुर्गा

खान पान:– खाने का तो उचित ध्यान रखे ही और साथ-साथ अच्छे स्तर के प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर भोजन दें। खाना और पानी के बर्तन को हर 2 दिन के अंतराल में अच्छे से साफ़ कर दिया करें।

कुछ और जानकारी:– यदि आप चूजे को जल्दी से जल्दी बड़ा करना चाहते है तो आपको यह ख्याल रखना होगा की चूजे को ठन्डे वातावरण में रखे। चूजे ठंढे वातावरण में ज्यादा खाना खाते है, जबकि गर्म और नमी में कम खाना खाते है।

बाज़ार के भाव:– वैसे तो मुर्गी का दाम ऊपर निचे होते रहता है परन्तु दाम एक औसत के अन्दर ही ऊपर निचे होता है। अगर डिमांड अच्छी है तो एक मुर्गी का दाम लगभग ₹110-115 के आस-पास रहता है। वैसे आप मान कर चले की औसतन आपको ₹100 के आस पास मिलेगा।

फसलबाज़ार

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