जूट की खेती तथा व्यापारिक महत्व।

परिचय:- जूट एक द्विबीजपत्री, बेलनाकार, तंतुमय पौधा है जिसका तना पतला होता है। इसकी खेती से लोगों को नकद पैसा हासिल होता है जिस वजह से इसकी खेती को नकदी खेती भी कहा जाता है। जूट का इस्तेमाल सूत्र बोरे, तिरपाल, टाट, दरी, तम्बू, कपड़े, रस्सियाँ तथा कागज बनाने के लिए किया जाता है। इसकी […]

तोरई की फसल तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- वैसे तो तोरई की खेती सम्पूर्ण भारत में की जाती है। लेकिन तोरई के उत्पादन में केरल, उड़ीसा, कर्नाटक, बंगाल और उत्तर प्रदेश अग्रणी है, यह सब्जी बेल पर उगती है। इसकी भारत में हर जगह बहुत मांग है, यह अनेक प्रोटीनों के साथ स्वादिष्ट भी होती है। बढ़ती माँग को देखते हुए इसकी […]

अदरक का व्यापार, निर्यात एवं केस स्टडी।

हम बात करने जा रहें है उत्तर प्रदेश के एक किसान जलालुद्दीन की जो सिर्फ 35,000 की लागत से अदरक की खेती करके 150000 की कमाई कर पाया। पश्चमी उत्तर प्रदेश, जो गन्ने का गढ़ माना जाता है। यहाँ अधिकांश किसान गन्ने की खेती पर ही निर्भर हैं। लेकिन इस  सोंच से परे  गणेशपुर गाँव […]

Language»