चार्जर बनाने का उद्योग, व्यापार की शुरुआत एवं उचित योजना।

चार्जर, आज के उन्नत समय में सभी काम डिजिटल हो गये है। इसका ये मतलब है की चाहे कोई भी काम हो मोबाइल या लैपटॉप के एक क्लिक पे पूरा हो जाता है, जैसे कि बिजली बिल भरना, मोबाइल रिचार्ज करना, गाडी बुक करना, खाना मगवाना, या फिर खरीदारी करना, पढाई करना और यहाँ तक की नौकरी भी मोबाइल और लैपटॉप के जरिये घर बैठे हो जाते है।

परिचय:- चार्जर, आज के उन्नत समय में सभी काम डिजिटल हो गये है। इसका ये मतलब है की चाहे कोई भी काम हो मोबाइल या लैपटॉप के एक क्लिक पे पूरा हो जाता है, जैसे कि बिजली बिल भरना, मोबाइल रिचार्ज करना, गाडी बुक करना, खाना मगवाना, या फिर खरीदारी करना, पढाई करना और यहाँ तक की नौकरी भी मोबाइल और लैपटॉप के जरिये घर बैठे हो जाते है।

इन इलेक्ट्रॉनिक सामान का इस्तेमाल करने के लिए उसे चार्ज करते रहना पड़ता है। चार्जर मोबाइल और लैपटॉप का संपूरक सामान होता है, जिसका मतलब है, जैसे-जैसे मोबाइल और लैपटॉप की मांग बढ़ेगी वैसे-वैसे चार्जर की भी मांग बढ़ती रहेगी।

संभावना:- आज के ज़माने में मोबाइल और लैपटॉप एक जरुरत बन गयी है, सारे काम ऑनलाइन ही होते है जिस वजह से इनकी मांग लगातार बढ़ रही है, और इसके साथ ही चार्जर की मांग भी बढ़ रही है।

ऐसे में चार्जर बनाने का उद्योग बहुत मुनफा दे सकता है, और अगर आपका चार्जर दूसरों से अच्छा है तो कुछ समय के बाद आप सिर्फ लोकल नहीं बल्कि सीधे मोबाइल और लैपटॉप बनाने वाले कंपनियों को भी अपना चार्जर बेच सकते है।

अगर आपके पास यह ज्ञान नहीं है तो उद्योग शुरू करने से पहले इसकी ट्रेनिंग ले। अगर आप चाहे तो चार्जर के साथ अन्य इलेक्ट्रोनिक एक्सेसरीज भी बना कर बेच सकते हैं।

मोबाइल चार्जर

योजना:- यह उद्योग शुरू करने के लिए आपको 60-70 हजार रूपये तक का निवेश करना पड़ सकता है, क्योंकि इसमें आपको चार्जर बनाने में उपयोग होने वाले सभी भाग चाहिये होते हैं।

इसके अलावा आपको अन्य खर्चा जैसे की जगह का किराया, रजिस्ट्रेशन का खर्चा आदि में भी लग सकता है। आपका निवेश इस बात पर भी निर्भर करता है की आप कोन कोन से एक्सेसरीज बना रहे है।

सामग्री की आवश्यकता:- इस उद्योग को शुरू करने के लिए सोल्डरिंग मशीन, प्लग के साथ चार्जर का बाहरी प्लग पॉइंट, पीसीबी बोर्ड, यूएसबी केबल की जरुरत पड़ती है। इन सामग्री को आप ऑनलाइन या ऑफलाइन भी खरीद सकते है।

पैकेजिंग एवं मार्केटिंग:- चार्जर को अच्छे से पैक करना चाहिए जिससे वो रखे-रखे या अन्य किसी कारण से ख़राब न हो। इसके लिए उसे पहले प्लास्टिक में और फिर गत्ते के डब्बे में पैक करना चाहिए। इसके साथ ही मार्केटिंग पे भी ध्यान दे ताकि आपका सामान ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुँच सके।

जगह:- मोबाइल चार्जर के उत्पादन के लिए 10*10 फीट जगह पर्याप्त है। अगर आप चाहे तो यह काम आप अपने घर के खाली जगह में भी शुरू कर सकते है।

लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन:- अगर आप अपने ब्रांड से चार्जर या अन्य एक्सेसरीज बना के बेचना चाहते है, तो आपको ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके अलावा अन्य रजिस्ट्रेशन जैसे की कंपनी, जीएसटी, व्यापार लाइसेंस, कर पंजीकरण, आदि की भी जरुरत पड़ेगी।

लाभ:- आपके व्यापार की सफलता इस बात पे निर्भर करती है की आप कितना अच्छा चार्जर बनाते है और उसकी मार्केटिंग कैसे करते है। इस व्यापार से लग-भग 30-50 हजार रूपये तक मुनाफा तो होता ही है। आपका लाभ इस बात पर भी निर्भर करता है की आप कौन-कौन से एक्सेसरीज बेच रहे है।

जोखिम:- यह व्यापार थोड़ा जोखिम भरा है इसे बनाने के प्रक्रिया में एक गलती काफी नुक्सान कर सकता है इसीलिए यह व्यापार शुरू करने से पहले अच्छे से ट्रेनिंग लेना अनिवार्य होता है।

फसलबाज़ार

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