भंडारण की समस्या से निज़ात।

किसानों द्वारा अनाज के भण्डारण में जो समस्याएं गहराती जा रही है। इससे बचने के क्या-क्या उपाय हो सकते हैं?

1)- अनाजों के लिए निजी भंडार बनवाना।

2)- अनाजों को सार्वजनिक भंडार गृह में जमा करवाना।

3)- अनाज को उपभोक्ताओं तक पहुँचा देना।

1)- अनाजों के लिए खुद का भंडार बनवाना:-  निजी भंडार बनवाना छोटे और मझोले किसानों के लिए संभव नहीं है। इसमें लागत भी अधिक आएगी और स्थान भी अधिक चाहिए।

जिसके फलस्वरूप अनाज की किमतों में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। महँगे अनाज बाजारों में सस्ते अनाज से मुकाबला नहीं कर पाएंगे ।तो दूसरी तरफ़ यदी इन्हें सस्ते दामों पर बेचा जाए तो हानि होगी ।

2)अनाजों को सार्वजनिक भंडार गृह(कोल्डस्टोर) में जमा करवाना:-  सार्वजनिक भंडार गृह में भी अनाज को रखने के लिए थोड़े पैसे देने होते हैं । जिसके फलस्वरूप किसानों के ऊपर वित्तीयबोझ तो बढ़ेगा ।अनाज को भंडार गृह तक ले जाना और वहाँ से ले कर आना भी वित्तीय बोझ को बढ़ाएगा। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की हमारे पास पर्याप्त भंडार गृह नहीं हैं।

गाँव और कस्बों में तो भण्डार गृह हैं ही नहीं । हर वर्ष भण्डारण की समस्या से लाखों टन फसल बर्बाद हो जाते हैं। जो आने वाले समय में हमारे लिए संकट बन सकता है।

3)अनाज को उपभोक्ताओं तक पहुँचा देना:-इन समस्याओं से बचने का सबसे सुगम उपाय है अनाजों को उपभोक्ताओं तक या व्यापारियों तक पहुँचादेना। अब समस्या ये है की हम अनाज ले कर बाजारों में जायें। ऐसा भी हो सकता है बाज़ार आपके घर आ जाये।  इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है डिजिटल बाजार। इस डिजिटल बाज़ार के माध्यम से आप घर बैठे अपने प्रोडक्ट उचित मूल्य पर बेच सकते हैं तथा अच्छे प्रोडक्ट घर बैठे ख़रीद भी सकते हैं।

फसल बाजार

One thought on “भंडारण की समस्या से निज़ात।

  1. Sach me chote or manjhole kisano ki bhut badi samsaye hai…..ab kisano ko in sb se mukt karane ke liye kisano se direct connection banana bhut jaruri ho gya taki wo bhi apne fasal ko surksha kr ske or achhe price mile…..good job fasalbazar

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