केले की चिप्स का व्यवसाय कम लागत में अधिक लाभ।

केले से हम सभी परिचित हैं। केले का उपयोग कच्चे में सब्जी के रूप में तथा पकने पे फल के रूप में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की इसी कच्चे केले का उपयोग चिप्स बनाने के रूप में भी किया जाता है। केले के चिप्स का उपवास में भी बड़े चाव से उपयोग किया जाता है।

परिचय:- केले से हम सभी परिचित हैं। केले का उपयोग कच्चे में सब्जी के रूप में तथा पकने पे फल के रूप में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की इसी कच्चे केले का उपयोग चिप्स बनाने के रूप में भी किया जाता है। केले के चिप्स का उपवास में भी बड़े चाव से उपयोग किया जाता है।

संभावना:- चिप्स एक ऐसी चीज़ है जिसकी मांग हमेशा बाज़ार में बनी रहती है। इस व्यापार में विकास की अपार संभावनाएं हैं। और इसका सबसे बड़ा कारण यह है की बड़े ब्रांड्स आलू के चिप्स बनाकर बाज़ारों में बेचते हैं।

चिप्स एक ऐसी चीज़ है जिसकी मांग हमेशा बाज़ार में बनी रहती है। इस व्यापार में विकास की अपार संभावनाएं हैं। और इसका सबसे बड़ा कारण यह है की बड़े ब्रांड्स आलू के चिप्स बनाकर बाज़ारों में बेचते हैं।
केले का चिप्स

बहुत कम ऐसे ब्रांड्स हैं जो केले को अपने उत्पाद में स्थान दिए हैं। अतः इस व्यापार में कॉम्पिटिशन बहुत कम है, और आपके उचित मेहनत तथा गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बहुत जल्दी ब्रांड बन सकते हैं।

व्यापार की शुरुआत

1) छोटे स्तर पे हाथों से चिप्स बनाकर बेचा जा सकता है। यह पारंपरिक तरीका है। इसमें लोगों की अधिक आव्यशकता है। इसमें प्रत्येक कार्य जैसे, केले को छिलना, फ्राई करना, मसाला लगाना सब हाथों से ही करना होता है।

इसमें अधिक कुशलता की आव्यशकता होती है। ताकी गुणवत्ता बनी रहे, इसे 10 हजार रुपए में शुरू किया जा सकता है।

2) बड़े पैमाने पर इसे मशीनरी की सहायता से भी किया जा सकत है। जिससे आपके कार्य क्षमता में विकास होगा, साथ ही गुणवत्ता भी बनी रहेगी और कम लोगों की आव्यशकता से इसे पूर्ण किया जा सकता है। इसमें आपको अधिक पूंजी निवेश करनी पड़ेगी।

आवश्यक लाइसेंस

1) सबसे पहले आपकी Company को ROC के साथ register करना पड़ेगा।

2) छोटे लेवल पर अपनी कंपनी शुरूआत करने चाहते हो तो आप OPC अथवा LLP फॉर्मेट में पंजीयन करवाए।

3) इसके लिय ट्रेड लाइसेंस का लेना अनिवार्य है।

4) फूड लाइसेंस भी इसके लिए अनिवार्य हैं।

5) इसके लिए SSI यूनिट रेजिस्ट्रेशन के साथ पॉल्युशन से भी परमिशन लेना है।

मशीन

कटिंग मशीन:- दोस्तों ये मशीन केले को पतले पतले स्लाइस म में कटती है। इसके अंदर सिर्फ छिले हुए केले का का इस्तेमाल किया जाता है। ये घंटे में 100 से अधिक केले काटने में सक्षम है।

फ्रायर मशीन:- इस मशीन का उपयोग कटे हुए केले को फ्राई करने के लिए किया जाता है। इस मशीन की मदद सेऑइल टेम्परेचर को सेट किया जा सकता है। ये मशीन 1 घंटे में 50-55 किग्रा केले को फ्राई करने में सक्षम है।

इस मशीन का उपयोग कटे हुए केले को फ्राई करने के लिए किया जाता है। इस मशीन की मदद सेऑइल टेम्परेचर को सेट किया जा सकता है। ये मशीन 1 घंटे में 50-55 किग्रा केले को फ्राई करने में सक्षम है।
फ्राईड चिप्स

मिक्सिंग मशीन:- इस मशीन की मदत से तली हुई चिप्स पर नमक या फ़िर मसाले लगाया जाता है। हाथों से मसाला लगाने पे वो इतना अच्छे से नहीं लग पता जितना की मशीन से।

पैकिंग मशीन:- इस मशीन की मदत से चिप्स को उचित मात्रा में पैक कर सकते हैं। जिसे बाज़ार में आसानी से बेचा जा सके।

कच्चा माल

कच्चे केले – ये व्यापार पूरा का पूरा केलो पर ही टिका हुआ है तो सबसे आवश्यक है कच्चे केले।

तेल – कोई भी खाद्य तेल जिसमे आप चिप्स बनाकर बेचना चाहते हो।

मसाले – नमक, व मसाले जिसका फ्लेवर डालना चाहते हों।

प्रक्रिया

1) सबसे पहले केलो को पानी से साफ़ करना होगा।

2) उसके बाद छिलका निकाल देना है।

3) फ़िर आपको छिले हुए केले मशीन की सहायता से या हाथ से स्लाइस के कि में रूप में काट लें।

4) उसके बाद कटी हुई स्लाइस को अच्छे से फ्राई कर लें।

5) फ्राई चिप्स को कुछ देर ठंडा होने के लिए छोड़ देना है।

6) उसके बाद मिक्सिंग मशीन में डालकर मशाला के साथ मिक्स कर लें।

तैयार चिप्स को बाज़ार के मांग के अनुसार पैक कर बाज़ारों में भेज दें।

फसलबाज़ार

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