परिचय:- माचिस का इस्तेमाल तो हम सबने किया ही है। पर क्या आप जानते है की आप छोटे स्तर पर माचिस बना कर आप इसका व्यापार भी शुरू कर सकते हैं।
भारत में लगभग 200 से ज्यादा व्यापारी छोटे बड़े स्तर पर इसे बनाने का व्यापार करते हैं। ज्यादातर यह काम महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु में किया जाता है।
संभावना:- माचिस का इस्तेमाल हर घर में होता है खासकर गांवों में जिस वजह से बाजार में इसकी बहुत मांग है। ऐसे में आप इसका व्यापार शुरू कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं।
ध्यान रखें
इस व्यापार में कई तरह के कच्चा माल जिसमें रसायन भी शामिल है की जरुरत पड़ती है, ऐसे में यह व्यापार वह शुरू करें जहाँ आपको आसानी से यह सब सामग्री मिल जाये जिससे आप अपना खर्चा कम कर सके और मुनाफा कमा सके। नहीं तो इस प्रतिस्पर्धात्मक व्यापार में मुनाफा कमाना मुश्किल हो सकता है।
इसके अलावा यह भी ध्यान रखें की बने माचिस को बाजार में आसानी से बेचा जा सके या बाज़ार नजदीक हो।
मजदूर लागत को कम करने के लिए आस-पास के क्षेत्रों में पर्याप्त मजदूर होना चाहिए। इस उद्योग में घरेलु महिलाये, वृद्ध आदि को काम दे के उनको रोजगार का अवसर प्रदान करे।
व्यापार शुरू करने के लिए ऐसे घर को किराये पे ले जिसमे आप अपने कच्चे माल, बने हुए माचिस, इसे बनाने के लिए और दूसरे कामों के लिए भी काफी जगह हो।
इस घर में तब काम शुरू करे जब अग्नि विभाग, नगर पालिका परिषद आदि ने नक्शा पास कर दिया हो।
कच्चा माल:- माचिस बनाने के लिए पोटेशियम क्लोरेट, गोंद, सल्फर, ग्लास पाउडर, कॉपर सल्फेट, पोशिश, मैगजीन डाइऑक्साइड, फास्फोरस, राल, पोटासियम बाइकार्बोनेट, रंग, पैराफिन मोम, आरारूट, नीला कागज, शिल्प कागज, तीलियाँ, लेबल आदि कच्चा माल की जरूरत होती है।
मशीनरी और औजार:- माचिस बनाने के लिए गोल आरा, मोम पिघलाने वाला, गोंद कंटेनर, मिक्सर, मोल्ड आदि मशीनरी की जरूरत होती है।
माचिस उद्योग के लिए लाइसेंस और अनुमति।
माचिस बनाने का व्यापार ऐसे ज्वलनशील रसायन से जुड़ा है जिसको घसने या गरम होने से आग उतपन होता है। इस वजह से इस व्यापार में आग लगने और नुकसान होने की सम्भावना है, जिस वजह से इस उद्योग को शुरू करने से पहले कई तरह के लाइसेंस और अनुमति की जरुरत पर सकती है।
इस उद्योग में केंद्रीय उत्पादन शुल्क विभाग से लाइसेंस, जिला अधिकारियों से रसायनों को स्टोर करने की अनुमति, नगर पालिका, महानगर पालिका, ग्राम पंचायत, विकस खंड आदि से अनुमति, दमकल विभाग से लाइसेंस की जरुरत होगी। इसके अलावा अन्य लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन भी करवा ले।
पैकेजिंग:- माचिस की पैकेजिंग बहुत खास होती है क्यूंकि जिस डब्बे में माचिस की तीलियां रखी जाती है उसी डब्बे में उससे जलने का रसायन भी होता है। इसीलिए इसकी पैकेजिंग भी इसी उद्योग में शामिल है।
माचिस के डब्बे पे अपने उद्योग का नाम भी लिखे जिससे बाजार में आपकी पहचान बन सके, आप बनाये हुए माचिस को होलसेल में या फिर सीधे ग्राहक में बेच सकते है।
उद्योग शुरू करने से पहले इसे बनाना सीख ले और अपने बजट का भी हिसाब कर ले। उचित योजना के साथ व्यापार शुरू करने से आपका खरचा नियंत्रण में रहेगा और आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।