प्याज की पारंपरिक तथा वैज्ञानिक खेती और व्यापार।

प्याज एक वनस्पति है। इसके जड़ को सब्ज़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत के महाराष्ट्र में प्याज़ की खेती सबसे ज्यादा होती है। महाराष्ट्र के नाशिक को प्याज का गढ़ कहा जाता है। इसमें प्रोटीन एवं कुछ मात्रा में विटामिन भी पाए जाते हैं। इसकी खेती 5000 वर्षों से अधिक समय से […]

कुटीर में कृषि की भूमिका तथा आलू का महत्व।

कोविड-19 वैश्विक महामारी के असर में कुटीर ऊद्योग एक जरूरत है। जो बेरोजगारी से बचने का एक मात्र उपाय भी है। कुटीर ऊद्योग की महत्वता को देखते हुए तथा आने वाले भविष्य को ध्यान में रखते हुए, भारत के प्रधानमंत्री ने लोगों से लोकल की महत्वता को समझने का आवाहन किया है। इसके तहत भारत […]

आत्मनिर्भर भारत तथा कुटीर उद्योग।

आपदा को अवसर में बदलने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का आवाहन किया। कोविड-19 महामारी संकट को अवसर में बदलने में आत्मनिर्भर भारत अभियान निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा तथा आधुनिक भारत की पहचान बनेगा।  लेकिन इस आधुनिक भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रत्येक भारतीय को दृढ़ संकल्प लेना […]

अलसी या तीसी का पौष्टिक महत्व खेती और व्यापार।

परिचय:- विश्व भर में भारत का तिलहन उत्पादन में एक महत्वपूर्ण योगदान है। तिलहन क्षेत्र, उत्पादन और मूल्य के मामले में अनाज़ के बाद ही आते हैं। तिलहन में अलसी का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसे अंग्रेजी में लिनसीड यानी अति उपयोगी बीज भी कहा जाता है। यह विश्व की छठी सबसे बड़ी तिलहन फसल है। […]

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