कुटीर उद्योग में भविष्य एवं निवेश।

कुटीर उद्योग के विषय में अधिक जानकारी के लिए आप हमारे पिछले आर्टिकल को पढ़ सकते हैं।

अब सवाल ये उठता है की कुटीर उद्योग के गुण क्या हो सकतें हैं ? उसमें निवेश कितने का किया जा सकता है?

अब सवाल ये उठता है की कुटीर उद्योग के गुण क्या हो सकतें हैं ? उसमें निवेश कितने का किया जा सकता है
मसाला उद्योग

कुछ कुटीर ऊद्योग जो आप कम-से- कम पूँजी में अपनें परिवार के साथ अपने घर पे शुरू कर सकते हैं।

इन उद्योगों में 10,000 से 1,50000 तक निवेश होता है। यदी इन व्यवसायों में हम छोटे मशीनों का उपयोग करने लगे तो उसे लघु उद्योग कहते हैं।

परिश्रम के आधार पर इस व्यवसाय से आप रोजाना 500 से 1000 रुपये तक घर बैठे कमा सकते हैं।

ऐसे कुटीर उद्योग जिन्हें आप ग्रामीण तथा शहरी दोनों छेत्रों में अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

अगरबत्ती बनाने का काम:- यह ऊद्योग मशीनों की सहायता से ही चलाया जाता है।

अगरबत्ती बनाने का काम:- यह ऊद्योग मशीनों की सहायता से ही चलाया जाता है। यह कम लागत में अधिक मुनाफ़ा का ऊद्योग है। 50,000-60,000 रुपये की लागत में मशीन ले कर आप इस ऊद्योग को प्रारंभ कर सकते हैं।
अगरबत्ती

यह कम लागत में अधिक मुनाफ़ा का ऊद्योग है। 50,000-60,000 रुपये की लागत में मशीन ले कर आप इस ऊद्योग को प्रारंभ कर सकते हैं।

नमकीन बनाने का ऊद्योग:- नमकीन खाना सबको पसंद है। नमकीन बनाकर भी बाज़ारों में इसे बेचा जा सकता है। इसे बनाने के लिए हमें बेसन की जरुरत पड़ती है।

मिट्टी के बर्तन बनाने का ऊद्योग:- ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी के बर्तन बनाने का ऊद्योग प्राचीन काल से हीं चला आ रहा है।

मिट्टी के बर्तन बनाने का ऊद्योग:- ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी के बर्तन बनाने का ऊद्योग प्राचीन काल से हीं चला आ रहा है।
मिट्टी के बर्तन

मिट्टी के वस्तु जैसे:-घड़ा, सुराही, खिलौने, मूर्तियाँ आदि की माँग आज भी है इन्हें तैयार कर बाज़ारों में बेचा जा सकता है।

मसाला का ऊद्योग:- मसाला पिसने का काम एक छोटी चक्की के साथ प्रारंभ किया जा सकता है।

मसाला पिसने का काम एक छोटी चक्की के साथ प्रारंभ किया जा सकता है। ये दैनिक उपयोग की वस्तु है, यह कम लागत में अधिक मुनाफ़ा का ऊद्योग है।
मसाला

ये दैनिक उपयोग की वस्तु है, यह कम लागत में अधिक मुनाफ़ा का ऊद्योग है।

फर्नीचर बनाने का ऊद्योग:- घर में काम आने वाला समान जैसे, टेबुल, कुर्सी, मेज, पलंग आदी तैयार कर उचित मूल्य पर बेचा जाता है। इस व्यवसाय में लाभांश बहुत है।

पापड़ बनाने का कुटीर उद्योग:- अपने घर पर ही पापड़ तैयार कर कुशल व्यवसायी के रूप में बाज़ारों में बेचा जा सकता है।

चूड़ी बनाने का कुटीर उद्योग:- इस व्यवसाय को आप घर बैठे परिवार की सहायता से कर सकते हैं। इसमें आपको 50 से 70 हज़ार की मशीन की आवस्यकता होती है।

पत्तल बनाने का व्यवसाय:- इस व्यवसाय के लिए आपको सबसे पहले मशीन की आवस्यकता होती है। डबल डाई फुल ऑटोमेटिक नाम के मशीन की क़ीमत 50,000 से शुरू होती है।

कुटीर तथा लघु उद्योगों के लिए अनेक प्रकार की सरकारी सहायता भी दी जा रही है। सरकार इनमें सुगमता के लिय अनेक नए प्रावधान भी ला रही है। जिसका फायदा उठा कर इन व्यवसायों को कर आप एक उद्यमी के रूप में खुद को स्थापित कर सकते हैं।

फसल बाज़ार

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