परिचय:- चावल भारत में सबसे ज्यादा उतपादन की जाने वाली फसल है। भारत में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलगांना आदि राज्यों में चावल की खेती की जाती है।
चावल के उत्पादन में खेत से जो फसल हमें प्राप्त होती है उसे धान कहते है, जिसे पुराने ज़माने में किसान पारम्परिक तरीकों से साफ़ करते थे लेकिन अब ये काम मशीन द्वारा किया जाने लगा है।
आज कल लोग, खेती या खेती से जुड़े व्यवसाय की तरफ आकर्षित हो रहे है, और इसमें काम भी करना चाहते है। ऐसे में चावल मिल उद्योग एक अच्छा व्यवसाय है जिसमे अच्छा-खासा मुनाफा कमाया जा सकता है।
व्यापार की शुरुआत एवं मशीन:- यह उद्योग छोटे और बड़े दोनों स्तर पर किया जा सकता है और यह व्यवसाय महिलाएं भी आसानी से कर सकती है।
अगर आप इससे छोटे स्तर पर शुरू करना चाहते है, तो आपको एक मशीन “मिनी राइस मिल” मशीन कहते है खरीदना होगा जो धान से चावल निकालने का काम करती है।
यह मशीन आपको बाजार में 20 से 60 हज़ार तक में मिल सकता है। इस मशीन से आप किसी भी किस्म की चावल निकाल सकते है और इससे चावल निकालने के लिए आप कहीं और लेके भी जा सकते है।
अगर आप इसे बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते है तो आपको कुछ मशीनरी जैसे की चावल धान क्लीनर, धान विभाजक इकाइयाँ, धान चावल पालिशर, अनाज प्रसंस्करण इकाइयाँ आदि खरीदनी होगी।
ये सारी मशीनरी आपको ऑनलाइन मिल सकती है। इनके दाम अलग-अलग साइट्स पर अलग हो सकते है। इसमें आपको 3-4 लाख का खर्च आ सकता है, जिसमे 90% मदद सरकार द्वारा मिल सकता है।
मशीनरी के अलावा आपको वाणिज्यिक बिजली कनेक्शन लेने की जरुरत पड़ेगी क्यूंकि आप बड़े बड़े मशीनरी का इस्तेमाल करेंगे। इसके साथ ही बड़े स्तर पर व्यापार करने के लिए मशीनरी लगाने के लिए ज्यादा जगह की भी जरुरत पड़ेगी।
छोटे स्तर पर यह व्यापार 2-3 लोगो की सहायता से और बड़े स्तर पर 10-12 लोगो की सहायता से शुरू किया जा सकता है।
आवश्यक लाइसेंस:- व्यापार शुरू करने के लिए आपको सरकारी नियम के अनुसार कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके अलावा GST पंजीकरण, नगर पालिका के संबंधित स्थानीय निकाय से अनुमति, जिला कलेक्टर से अनापत्ति प्रमाण पत्र, न्यूनतम 100KV बिजली आपूर्ति के लिए स्थानीय पावर स्टेशन से अनुमति, आप जिस राइस मिल को स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, उसके आधार पर टाउन प्लानिंग या सिटी प्लानिंग कमीशन से अनुमति आदि की भी जरुरत होती है।
ब्रांड:- आपको अपने उद्योग का अच्छा सा नाम रखना चाहिए, जिससे आपकी बाजार में एक पहचान बन सके और आपके ज्यादा से ज्यादा ग्राहक बन सके।