ओरिगैनो की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- ओरिगैनो टकसाल परिवार लैमियासी का एक बारहमासी पौधा है जो भूमध्य क्षेत्र का मूल निवासी है, लेकिन उत्तरी गोलार्द्ध में भी उगाया जा सकता है। इसके फूल गुलाबी-बैंगनी या सफेद रंग के होते हैं और इसका स्वाद अजवायन के फूल जैसा तेज और मजबूत होता है। हालांकि इसे ठंडे मौसम में वार्षिक फसल के […]

चावल मिल उद्योग, मशीनरी एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- चावल भारत में सबसे ज्यादा उतपादन की जाने वाली फसल है। भारत में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलगांना आदि राज्यों में चावल की खेती की जाती है। चावल के उत्पादन में खेत से जो फसल हमें प्राप्त होती है उसे धान कहते है, जिसे पुराने ज़माने में किसान पारम्परिक तरीकों से […]

आत्मनिर्भर भारत, इस दिवाली घर को मिटटी के दियो से सजाएं।

परिचय:- कोरोना महामारी ने हमें यह सिखा दिया कि यह बहुत जरुरी है की हम आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार के साथ-साथ अपने देश को फिर से प्रगति के मार्ग पर खड़ा करें। एक समय में भारत अपने हस्तकला के लिए प्रसिद्ध हुआ करता था लेकिन अब ये कहीं खो सा गया है। पश्चिमी संस्कृति को […]

चेरी की खेती, फायदे एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- चेरी एक गुठलीदार खट्टा-मीठा फल है जिसकी ज्यादातर खेती यूरोप, अमेरिका, एशिया, तुर्की देशों में होती है। भारत में इसकी खेती उत्तर पूर्वी राज्यो में और उत्तर के कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों में की जाती है। चेरी को तीन वर्गो में विभाजित किया गया है:- प्रूनस एवियम जिसे मीठी चेरी कहते है, […]

बेर की बागवानी, उन्नत किस्में एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- बेर एक उष्ण फल है जिसमें जल को सोखने की क्षमता बहुत कम होती है। यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसके फल, बीज, पत्ते तथा लकड़ी आयुर्वेद में सभी के उपयोगों की विस्तारपूर्वक विधी दी गई है। जलवायु:- बेर खेती ऊष्ण तथा उपोष्ण जलवायु में आसानी से की जा सकती है। इसमें […]

जामुन की खेती, फायदे एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- जामुन एक सदाबहार वृक्ष है, जिसे हिंदुस्तान में देशी फसल के नाम से जाना जाता है। जामुन के लिए समशीतोष्ण और उष्णकटिबंधीय जलवायु वाली जगह अच्छी मानी जाती है। इसकी खेती इंडोनेशिया, फिलीपींस, भारत , म्यांमार, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में होती है। भारत में जामुन की खेती ज्यादातर गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, आसाम और तमिलनाडु […]

सिंघाड़ा की खेती, फायदे एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- आपने सिंघाड़ा फल तो खाया ही होगा या फिर अपने उपवास के समय में सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल तो किया ही होगा, पर क्या आप जानते है, इसकी खेती कैसे होती है? तो आइये जानते है कैसे होती है सिंघाड़े की खेती और इसके लाभ के बारे में। सिंघाड़ा, जिसे पानीफल भी कहते […]

सेमल या सेमर के वृक्ष के गुण तथा उसके लाभ।

परिचय:- सेमल अथवा सेमर का वृक्ष उन पेड़ों में से है, जिनका उपयोग लंबे समय से भिन्न-भिन्न कार्यो के लिए मनुष्य के द्वारा लगातार किया जा रहा है। यह कुदरती रूप से उगने वाला वृक्ष है जिसमें लाल रंग के फूल लगते हैं। इसका फल केले के आकार का होता है, जो प्रारंभ में हरा […]

लौंग की व्यापारिक खेती, पैदावार एवं औषधीय महत्व।

परिचय:- लौंग मसालों के रूप में प्रयोग की जाने वाली एक महत्वपूर्ण फसल है। इसका सर्वाधिक उपयोग मसलों के रूप में किया जाता है। यह औषधीय गुणों से भरपूर है, अतः इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी प्रयोग किया जाता है। सर्दियों के मौसम में इसका भरपूर प्रयोग किया जाता है। लौंग का पौधा एक सदाबहार […]

कोदो, कुटकी गरीबों के लिए जीवन रक्षक फसल।

परिचय:- इसे मुख्य रूप से गरीबों और आदिवाशी क्षेत्रों का फसल माना जाता है। कोदो, कुटकी उस समय लगाई जाने वाली खाद्यान फसलें हैं जिस समय पर उनके पास किसी अन्य प्रकार के अनाज खाने को उपलब्ध नहीं हो पाता था। अगस्त-सितम्बर के प्रारंभ में पक कर तैयार होने वाली ये फसलें ऐसे समय में […]

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