बीन्स की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- बीन्स लता वाले समूह का एक पौधा है, जिस पर लगने वाली फलियों को बीन्स कहते है। यह एक प्रमुख हरी सब्जी है। इसका रंग हरा, पीला और सफ़ेद होता है। जो अलग-अलग आकार में पाई जाती हैं, इसकी फलियों में औषधीय गुण पाए जाते हैं। अतः खाने से मनुष्य को कई रोगों से […]

करेला की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- हमारे देश में करेेेेलेे की खेती बहुत पुुुरानेे जमाने से होती आ रही है, ग्रीष्मकालीन सब्जियों में करेला अपना अलग महत्व रखता है। पौष्टिकता एवं औषधीय गुणों से परिपूर्ण होनेे के कारण यह काफी लोकप्रिय है। छोटे-छोटे टुकड़े करके धूप में सुखाकर रख लिया जाता हैं, जिनका बाद में बेमौसम की सब्जी के रूप […]

लौकी की खेती, सिंचाई तथा खास रोग व रोकथाम।

परिचय:- ताजगी से भरपूर लौकी एक खास सब्जी है। इसे बहुत तरह के व्यंजन जैसे रायता, कोफ्ता, हलवा व खीर वगैरह बनाने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं, यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है। यह कब्ज को कम करने, पेट को साफ करने, खांसी या बलगम दूर करने में बहुत फायदेमंद है। इसके मुलायम […]

बैंगन की खेती, उन्नत किस्में तथा व्यापारिक महत्व।

परिचय:- बैंगन की खेती अधिक ऊंचाई वाले स्थानों को छोड़कर भारत में लगभग सभी क्षेत्रों में प्रमुख सब्जी की फसल के रूप में की जाती है। यह वर्ष में दो बार उगाया जाता है, अक्टूबर नवंबर तथा जुलाई अगस्त। पौष्टिकता की दृष्टि से इसे टमाटर के समकक्ष समझा जाता है। बैंगन की हरी पत्तियों में […]

फूलगोभी की जैविक खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- फूलगोभी भारत की प्रमुख सब्जी है इसकी खेती पूरे भारतवर्ष में की जाती है। इससे किसान अत्याधिक लाभ उठा सकते है। इसको सब्जी, सूप और आचार के रूप में प्रयोग करते है। इसमे विटामिन बी की पर्याप्त मात्रा के साथ-साथ प्रोटीन भी पायी जाती है। जलवायु:- फूलगोभी के लिए ठंडी और आर्द्र जलवायु की […]

सोयाबीन की खेती, बुआई का समय एवं पैदावार।

परिचय:-  सोयाबीन एक खरीफ की फसल है। यह पोषण तथा स्वास्थ्य के लिए उपयोगी  है। इसमें कार्बोहाइड्रेट , वसा, प्रोटीन पाई जाती है। सोयाबीन भारत की महत्वपूर्ण तिलहनी और ग्रंथिय फसल है। यह  खाद्य तेल आपूर्ति में भी महत्वपूर्ण है। इसके कृषी क्षेत्रमें काफी वृद्धि हुई है, परन्तु प्रति उत्पादन बढ़ाना अब भी अति आवश्यक है। खाद्य […]

उड़द की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

उड़द एक महत्वपूर्ण भारतीय दलहन फसल है। औषधीय गुण होने के कारण यह गठिया तथा मानशिक रोग में लाभकारी है। हमारे धर्म ग्रंथो मे भी इसके गुणों का उल्लेख है। इसके व्यापारिक और औषधीय गुणों के कारण इसका उल्लेख “अर्थशास्त्र तथा चरक सहिंता” मे भी है। इसका उद्गम तथा विकास भारतीय उपमहाद्वीप मे ही पाया […]

मक्का की खेती तथा इसके व्यापारिक लाभ।

परिचय:- मक्का विश्वभर में उगाई जाने वाली फसल है। मक्का को खरीफ की फसल कहा जाता है। बहुत से क्षेत्रों में इसको रवि के समय भी उगाया जाता है। इसके गुणकारी होने के कारण पहले की तुलना में आज के समय इसका उपयोग मानव आहर के रूप में ज्यादा होता है। इसके गुण इस प्रकार […]

टमाटर की खेती एवं व्यापारिक दृष्टिकोण से महत्व।

परिचय:- टमाटर सब्जीयों की खेती में एक मुख्य फसल है। इसमें खाद्य पौष्टिक पदार्थ प्रचूर मात्रा में मिलते हैं। एक अत्यंत लोकप्रिय सब्जी होने के कारण देश भर में सफलता पूर्वक उगाई जाती है। इसके फल शहरों में प्राय: सालभर उपलब्ध रहते हैं। दूसरे विश्व के हर भाग में पैदावार के हिसाब से आलू के […]

धान की खेती तथा उसका व्यापारिक महत्व।

चावल भारत की सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल है। चावल धान (paddy) से प्राप्त होता है। धान लगभग आधी भारतीय आबादी का भोजन है। बल्कि यह दुनिया की मानविय आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए विशेष रूप से एशिया में व्यापक रूप से खाया जाता है। गन्ना और मक्का के बाद यह तीसरा सबसे अधिक […]

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