तेजपत्ता की खेती, महत्व तथा सरकारी सहायता।

परिचय:- यदी आप तेजपत्ता की खेती करने में दिलचस्पी रखते है तो आप बहुत आसानी से इसकी खेती और बेहतर कमाई कर सकते है। इसे अंग्रेजी में ‘बे लीफ‘ कहा जाता है। यह एक प्रकार का शुष्क और सुगन्धित पत्ता होता है। इसके ताजे और सूखे पत्तों का ज्यादातर उपयोग खाने को सुगंधित और स्वादिष्ट […]

लौंग की व्यापारिक खेती, पैदावार एवं औषधीय महत्व।

परिचय:- लौंग मसालों के रूप में प्रयोग की जाने वाली एक महत्वपूर्ण फसल है। इसका सर्वाधिक उपयोग मसलों के रूप में किया जाता है। यह औषधीय गुणों से भरपूर है, अतः इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी प्रयोग किया जाता है। सर्दियों के मौसम में इसका भरपूर प्रयोग किया जाता है। लौंग का पौधा एक सदाबहार […]

इलायची की खेती, महत्व, किस्में एवं लाभ।

परिचय:- इलायची उत्पादक देशों में भारत सर्वप्रथम है। भारत में इलायची के प्रमुख उत्पादक राज्य केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु है। इस पौधे की खासियत यह है की यह पौधा पूरे साल हरा-भरा रहता है। इलायची का इस्तेमाल मुख शुद्धि तथा मसाले के रूप में किया जाता है। इलायची की खुशबू की वजह से इसका इस्तेमाल […]

गुड़हल फूल की खेती, औषधीय गुण तथा व्यापारिक महत्व।

परिचय:- गुड़हल (हिबिस्कस) फूल मल्लो परिवार मालवेशी से संबंधित है। यह औषधीय गुणों से भरपूर है, इसके व्यापक वैकल्पिक उपयोगों तथा गुणों के कारण इसकी खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसे गुड़हल, अड़हुल अथवा जवाकुशुम के नाम से भी जाना जाता है। उपयोग:- इसका उपयोग विभिन्न संस्कृतियों द्वारा अनेक रूप में किया गया […]

चमेली की व्यापारिक खेती, किस्में एवं लाभ।

परिचय:- चमेली अपनी मनमोहक सुंगंध के कारण जाना जाता है और इसकी खेती व्यापक रूप से भी की जाती है। भारतीय महिलाओं को चमेली का माला पहनना बहुत पसंद होता है, अपने बालों और गहने के रूप में विशेष अवसर पर क्योंकि यह सुंदर, सुगन्धित एवं आकर्षक होते हैं। चमेली के पुष्पों का अपना विशेष […]

सदाबहार फूल गेंदा की व्यापारिक खेती किसानों के लिए वरदान।

परिचय:- बाजार में फूलों की मांग गेंदा की खेती के लिए काफी फायदे का सौदा है। गेंदा की कुछ प्रजातियाँ जैसे- हज़ारा तथा पाँवर प्रजातियाँ पूरे वर्ष भर फूल दे पाने में सक्षम है। यह प्रजातियाँ व्यापारीक खेती की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी खेती में कम लागत तथा अधिक मुनाफ़ा है। ढाई महीनें […]

गुलाब की व्यापारिक खेती, पैदावार एवं लाभ।

परिचय:- गुलाब प्रकृति-प्रदत्त एक मनमोहक और खूबसूरत फूल है। इसकी आकर्षक बनावट, सुन्दर आकार, लुभावना रंग की वजह से लोग इसे अधिक पसंद करते है। लाल गुलाब को प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। वैज्ञानिक विधि से गुलाब की खेती करके लगभग पूरे साल फूल लिया जा सकता है। सामान्यतः यह शर्दी का पुष्प […]

कोदो, कुटकी गरीबों के लिए जीवन रक्षक फसल।

परिचय:- इसे मुख्य रूप से गरीबों और आदिवाशी क्षेत्रों का फसल माना जाता है। कोदो, कुटकी उस समय लगाई जाने वाली खाद्यान फसलें हैं जिस समय पर उनके पास किसी अन्य प्रकार के अनाज खाने को उपलब्ध नहीं हो पाता था। अगस्त-सितम्बर के प्रारंभ में पक कर तैयार होने वाली ये फसलें ऐसे समय में […]

बाजरा की खेती एक परिचय तथा व्यापारिक महत्व।

बाजरा भारत में उगाई जाने वाली एक ऐसी फसल है जो विपरीत परिस्थिति एवं सीमित वर्षा वाले क्षेत्रो तथा बहुत कम उर्वरको की मात्रा के साथ उगाई जाती है। यह मुख्य रूप से शुष्क एवं अर्द्धशुष्क क्षेत्रो मे उगाई जाती है। क्षेत्रो के लिए बाजरा दाने एवं चारे का मुख्य श्रोत माना जाता है। यह […]

रागी की उन्नत खेती तथा उपयुक्त किस्में।

परिचय:- रागी, इसे अनेक क्षेत्रों में मरुआ के नाम से भी जाना जाता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्सियम पायी जाती है। जिसका उपयोग करने पर हड्डियां मजबूत होती है। प्रोटीन, वसा, रेषा व कार्बोहाइड्रेट से भरपूर रागी बच्चों एवं बड़ों दोनों के लिये उत्तम आहार है। कैल्सियम व अन्य खनिज तत्वों की भरपूर मात्रा […]

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