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चावल मिल उद्योग, मशीनरी एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- चावल भारत में सबसे ज्यादा उतपादन की जाने वाली फसल है। भारत में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलगांना आदि राज्यों में चावल की खेती की जाती है। चावल के उत्पादन में खेत से जो फसल हमें प्राप्त होती है उसे धान कहते है, जिसे पुराने ज़माने में किसान पारम्परिक तरीकों से […]

फर्नीचर का व्यापार, किस्में एवं उचित योजना।

परिचय:- हर एक घर में और बिज़नेस में फर्नीचर की जरुरत तो होती ही है। इसके बिना घर की सजावट और जरूरत दोनों ही अधूरी रहती है। हर इंसान अपने घर और व्यापर के लिए अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से फर्नीचर खरीदते है और सजाते है। ऐसे में इसकी मांग भविष्य में बढ़ेगी […]

काले गेहूँ की खेती तथा व्यापारिक महत्व।

काले गेहूँ, आज भी किसान अपनी परंपरागत खेती करने में ही विश्वास करते है। जबकी परंपरागत खेती से हटकर खेती करके कई किसान अपनी ज़िंदगी को सवार चुके हैं। इसके साथ ही वह एक उदाहरण भी बन चुके हैं। ऐसे ही मध्य प्रदेश के एक किसान “विनोद चौहान” ने परंपरागत खेती से हटकर खेती की […]

गेहूं की खेती, भूमि का चयन तथा व्यापारिक महत्व।

परिचय:- दुनिया के सभी भाग में कुल 23% जमीन पे गेहूं की खेती की जाती है। सबसे अधिक क्षेत्रफल मेंं गेहूं उगाने वाले प्रमुख राष्ट्र चीन, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और रशियन फैडरेशन है। चीन के बाद भारत गेहूं का दूसरा विशालतम गेहूं उत्पादक देश है। धान की तरह गेहूं भी भारत का एक महत्वपूर्ण […]

तरबूज की खेती, बुआई की विधि एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- तरबूज जायद मौसम का फल है जिसकी खेती करने के लिए कम समय, कम खाद और कम पानी की जरुरत पड़ती है। तरबूज के कच्चे फलों को सब्जी और पकने पे फल के रूप में खाया जाता है। गर्मियों में तरबूज की मांग बहुत बढ़ जाती है जिससे किसान इसकी खेती कर अच्छा कमाई […]

अनार की खेती, फायदे एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- अनार की खेती ज्यादातर गर्म जगहों जैसे की महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में होती है। एक अनार का पौधा 3-4 वर्ष में पेड़ बन जाता है और 25 वर्ष तक फल दे सकता है। फायदे:- अनार के दानों में विटामिन ए, विटामिन बी-12, विटामिन डी, कैल्शियम, प्रोटीन, […]

सहजन की खेती, फायदे एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- सहजन एक औषधीय पौधा है जिसका वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलीफेरा और अंग्रेजी नाम ड्रमस्टिक है। इसे अलग-अलग जगहो में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। सहजन के पत्‍ते, फूल और फल सभी काफी पोषक होते हैं जिससे कई तरह की औषधियां बनाई जाती हैं, और इसी वजह से इसकी मांग देश-विदेश में बहुत है। […]

आत्मनिर्भर भारत, इस दिवाली घर को मिटटी के दियो से सजाएं।

परिचय:- कोरोना महामारी ने हमें यह सिखा दिया कि यह बहुत जरुरी है की हम आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार के साथ-साथ अपने देश को फिर से प्रगति के मार्ग पर खड़ा करें। एक समय में भारत अपने हस्तकला के लिए प्रसिद्ध हुआ करता था लेकिन अब ये कहीं खो सा गया है। पश्चिमी संस्कृति को […]

चेरी की खेती, फायदे एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- चेरी एक गुठलीदार खट्टा-मीठा फल है जिसकी ज्यादातर खेती यूरोप, अमेरिका, एशिया, तुर्की देशों में होती है। भारत में इसकी खेती उत्तर पूर्वी राज्यो में और उत्तर के कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों में की जाती है। चेरी को तीन वर्गो में विभाजित किया गया है:- प्रूनस एवियम जिसे मीठी चेरी कहते है, […]

स्ट्रॉबेरी की खेती, फायदे एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- स्ट्रॉबेरी लाल रंग का दिल के आकार में एक बहुत ही नाज़ुक फल है, जिसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है, जिस वजह से यह लोगो को काफी पसंद होता है। स्ट्रॉबेरी की 600 किस्में हैं यह सभी स्वाद रंग रूप में एक दूसरे से भिन्न होते है। स्ट्रॉबेरी की खुशबू और स्वाद की वजह से […]

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