लोबिया की खेती, किस्में तथा व्यापारिक महत्व।

परिचय:- लोबिया हरी फली व, हरी खाद तथा सुखी बीज के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। यह पूरे भारत में उगाये जाने वाली फसल है, इसका मूल अफ्रीका है। यह सूखे में भी उगने योग्य है एवं जल्दी उत्पन्न होने वाली फसल है। इससे मिट्टी में नमी बनी रहती है। लोबिया प्रोटीन, कैल्शियम […]

तोरई की फसल तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- वैसे तो तोरई की खेती सम्पूर्ण भारत में की जाती है। लेकिन तोरई के उत्पादन में केरल, उड़ीसा, कर्नाटक, बंगाल और उत्तर प्रदेश अग्रणी है, यह सब्जी बेल पर उगती है। इसकी भारत में हर जगह बहुत मांग है, यह अनेक प्रोटीनों के साथ स्वादिष्ट भी होती है। बढ़ती माँग को देखते हुए इसकी […]

मूली की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- मूली एक जड़ों वाली सब्जी है, यह एक उष्णकटिबंधीय फसल है। यह सयंमी क्षेत्र की फसल है, यह एक जल्दी उगने वाली तथा सदाबहार फसल है। इसकी खाद्य जड़ें सफेद से लाल रंग की होती हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटका, पंजाब तथा असम में मुख्य रूप से इसकी खेती की जाती है। […]

बीन्स की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- बीन्स लता वाले समूह का एक पौधा है, जिस पर लगने वाली फलियों को बीन्स कहते है। यह एक प्रमुख हरी सब्जी है। इसका रंग हरा, पीला और सफ़ेद होता है। जो अलग-अलग आकार में पाई जाती हैं, इसकी फलियों में औषधीय गुण पाए जाते हैं। अतः खाने से मनुष्य को कई रोगों से […]

करेला की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- हमारे देश में करेेेेलेे की खेती बहुत पुुुरानेे जमाने से होती आ रही है, ग्रीष्मकालीन सब्जियों में करेला अपना अलग महत्व रखता है। पौष्टिकता एवं औषधीय गुणों से परिपूर्ण होनेे के कारण यह काफी लोकप्रिय है। छोटे-छोटे टुकड़े करके धूप में सुखाकर रख लिया जाता हैं, जिनका बाद में बेमौसम की सब्जी के रूप […]

लौकी की खेती, सिंचाई तथा खास रोग व रोकथाम।

परिचय:- ताजगी से भरपूर लौकी एक खास सब्जी है। इसे बहुत तरह के व्यंजन जैसे रायता, कोफ्ता, हलवा व खीर वगैरह बनाने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं, यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है। यह कब्ज को कम करने, पेट को साफ करने, खांसी या बलगम दूर करने में बहुत फायदेमंद है। इसके मुलायम […]

खीरा की खेती, पैदावार तथा व्यापारिक महत्व।

परिचय:- खीरा की उत्पत्ति मूलतः भारत से ही हुई है, और लता वाली सब्जियों में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इसके फलों का उपयोग मुख्य रूप से सलाद के लिए किया जाता है। इसके फलों के 100 ग्राम खाने योग्य भाग में 96.3 प्रतिशत जल, 2.7 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 0.4 प्रतिशत प्रोटीन, 0.1 प्रतिशत वसा और 0.4 […]

उड़द की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

उड़द एक महत्वपूर्ण भारतीय दलहन फसल है। औषधीय गुण होने के कारण यह गठिया तथा मानशिक रोग में लाभकारी है। हमारे धर्म ग्रंथो मे भी इसके गुणों का उल्लेख है। इसके व्यापारिक और औषधीय गुणों के कारण इसका उल्लेख “अर्थशास्त्र तथा चरक सहिंता” मे भी है। इसका उद्गम तथा विकास भारतीय उपमहाद्वीप मे ही पाया […]

मक्का की खेती तथा इसके व्यापारिक लाभ।

परिचय:- मक्का विश्वभर में उगाई जाने वाली फसल है। मक्का को खरीफ की फसल कहा जाता है। बहुत से क्षेत्रों में इसको रवि के समय भी उगाया जाता है। इसके गुणकारी होने के कारण पहले की तुलना में आज के समय इसका उपयोग मानव आहर के रूप में ज्यादा होता है। इसके गुण इस प्रकार […]

टमाटर की खेती एवं व्यापारिक दृष्टिकोण से महत्व।

परिचय:- टमाटर सब्जीयों की खेती में एक मुख्य फसल है। इसमें खाद्य पौष्टिक पदार्थ प्रचूर मात्रा में मिलते हैं। एक अत्यंत लोकप्रिय सब्जी होने के कारण देश भर में सफलता पूर्वक उगाई जाती है। इसके फल शहरों में प्राय: सालभर उपलब्ध रहते हैं। दूसरे विश्व के हर भाग में पैदावार के हिसाब से आलू के […]

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