भारत में अश्वगंधा की खेती, औषधीय गुण एवं इसके फायदे।

परिचय:- अश्वगंधा या असगंधा का वानस्पतिक नाम वीथानीयां सोमनीफेरा है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय फसल है साथ ही यह नकदी फसल भी है। यह पौधा ठंडे स्थानों को छोड़कर अन्य सभी स्थानों में पाया जाता है। मुख्य रूप से इसकी खेती मध्यप्रदेश के पश्चिमी भाग व निकटवर्ती राज्य राजस्थान में होती है। राजस्थान के नागौरी […]

मुलेठी की खेती, औषधीय गुण एवं इसके फायदे।

परिचय:- मुलेठी को सदाबहार झाड़ीनुमा पौधे की श्रेणी में रखा जाता है। इसे यष्टिमधु, मुलहटी अथवा मुलेठी के नाम से जाना जाता है। इसमें गुलाबी, जामुनी रंग के फूल तथा फल लंबे व चपटे होते हैं। यह एक सर्वसुलभ औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी है। सामान्यतः मुलेठी ऊँचाई वाले स्थान जैसे जम्मूकश्मीर, देहरादून, सहारनपुर तक […]

घृतकुमारी(एलोवेरा) की खेती, लागत एवं इसके फायदे।

परिचय:- घृतकुमारी को एलोवेरा के नाम से भी जाना जाता है। प्राचीन समय से चिकित्सा जगत में बीमारियों के उपचार के लिए इसका प्रयोग किया जा रहा है। इसके गुणों से हम सभी भली-भांति परिचित हैं तथा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से इसका उपयोग भी करते है। आयुर्वेदिक उद्योग में घृतकुमारी की मांग लगातार बढ़ती […]

तुलसी की व्यापारिक खेती एवं इसके औषधीय गुण।

तुलसी की खेती:- भारतीय रीति रिवाजो के अनुसार तुलसी एक पूजनीय पौधा है। हिन्दू धर्म के प्रत्येक लोग अपने घर में इसका पौधा लगाते है और पूजन करते है। इसका विशेष गुण यह भी है कि यह पौधा रात में भी ऑक्सीज़न ही उत्सर्जित करता है। यह एक औषधीय पौधा भी है, जिसकी पत्ति, तना, […]

सोयाबीन की खेती, बुआई का समय एवं पैदावार।

परिचय:-  सोयाबीन एक खरीफ की फसल है। यह पोषण तथा स्वास्थ्य के लिए उपयोगी  है। इसमें कार्बोहाइड्रेट , वसा, प्रोटीन पाई जाती है। सोयाबीन भारत की महत्वपूर्ण तिलहनी और ग्रंथिय फसल है। यह  खाद्य तेल आपूर्ति में भी महत्वपूर्ण है। इसके कृषी क्षेत्रमें काफी वृद्धि हुई है, परन्तु प्रति उत्पादन बढ़ाना अब भी अति आवश्यक है। खाद्य […]

उड़द की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

उड़द एक महत्वपूर्ण भारतीय दलहन फसल है। औषधीय गुण होने के कारण यह गठिया तथा मानशिक रोग में लाभकारी है। हमारे धर्म ग्रंथो मे भी इसके गुणों का उल्लेख है। इसके व्यापारिक और औषधीय गुणों के कारण इसका उल्लेख “अर्थशास्त्र तथा चरक सहिंता” मे भी है। इसका उद्गम तथा विकास भारतीय उपमहाद्वीप मे ही पाया […]

मक्का की खेती तथा इसके व्यापारिक लाभ।

परिचय:- मक्का विश्वभर में उगाई जाने वाली फसल है। मक्का को खरीफ की फसल कहा जाता है। बहुत से क्षेत्रों में इसको रवि के समय भी उगाया जाता है। इसके गुणकारी होने के कारण पहले की तुलना में आज के समय इसका उपयोग मानव आहर के रूप में ज्यादा होता है। इसके गुण इस प्रकार […]

धान की खेती तथा उसका व्यापारिक महत्व।

चावल भारत की सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल है। चावल धान (paddy) से प्राप्त होता है। धान लगभग आधी भारतीय आबादी का भोजन है। बल्कि यह दुनिया की मानविय आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए विशेष रूप से एशिया में व्यापक रूप से खाया जाता है। गन्ना और मक्का के बाद यह तीसरा सबसे अधिक […]

मिर्च कैप्सिकम की खेती एवं व्यापारिक महत्व।

परिचय:- मिर्च कैप्सिकम (एनम कुल-सोलेनेसी) एक गर्म मौसम का मसाला है। जिसके आभाव में कोई सब्जी कितनी ही मेहनत से तैयार की गयी हो, फीकी होती है। इसमें विटामिन ‘ए‘ व ‘सी‘ पाया जाता है। यह भारत की एक महत्वपूर्ण फसल है। इसे कड़ी, अचार, चटनी और अन्य सब्जियों में मुख्य तौर पर प्रयोग किया […]

लहसुन की खेती, बुआई का समय एवं महत्व।

परिचय:- लहसुन एक बहुत ही महत्वपूर्ण बल्ब वाली फसल है। भारत में इसका ज्यादातर प्रयोग मसाले के रूप में किया जाता है। यह औषधीय गुणों से भरपूर है, जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के बिमारीयों को ठिक करने में किया जाता है। इसके रोजाना प्रयोग से पाचन सही रहता है। लहसुन में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फॉस्फोरस, कैल्सियम […]

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