सदाबहार फूल गेंदा की व्यापारिक खेती किसानों के लिए वरदान।

परिचय:- बाजार में फूलों की मांग गेंदा की खेती के लिए काफी फायदे का सौदा है। गेंदा की कुछ प्रजातियाँ जैसे- हज़ारा तथा पाँवर प्रजातियाँ पूरे वर्ष भर फूल दे पाने में सक्षम है। यह प्रजातियाँ व्यापारीक खेती की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी खेती में कम लागत तथा अधिक मुनाफ़ा है। ढाई महीनें […]

गुलाब की व्यापारिक खेती, पैदावार एवं लाभ।

परिचय:- गुलाब प्रकृति-प्रदत्त एक मनमोहक और खूबसूरत फूल है। इसकी आकर्षक बनावट, सुन्दर आकार, लुभावना रंग की वजह से लोग इसे अधिक पसंद करते है। लाल गुलाब को प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। वैज्ञानिक विधि से गुलाब की खेती करके लगभग पूरे साल फूल लिया जा सकता है। सामान्यतः यह शर्दी का पुष्प […]

चुकंदर(बिट) की खेती, पैदावार तथा लाभ।

परिचय:- चुकंदर जड़ वाली सब्जियों में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसकी खेती खारे पानी की सिंचाई से भी संभव है। इसका उपयोग मुख्यतः सलाद और जूस में किया जाता है। यह रक्त की कमी दूर करने में मददगार है। चुकंदर में 8-15% चीनी, 1.3-1.8% प्रोटीन, 3-5 % मैग्नीशियम, कैल्सियम, पोटेशियम, फास्फोरस, आयोडीन, आयरन, मैगनीज, […]

परवल की जैविक खेती एवं व्यापारिक लाभ।

परिचय:- परवल भारत में बहुत ही प्रचलित तथा उपयोगी सब्जी है। आज के समय में किसान परवल की खेती करके अत्यधिक मुनाफा कमा रहे हैं। साधारणतया इसकी खेती पूरे वर्ष की जाती है। बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश परवल के प्रमुख उत्पादक राज्य है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, आसाम तथा महाराष्ट्र में भी आंशिक तौर […]

कीवी की बागवानी खेती, भंडारण एवं लाभ।

परिचय:- कीवी एक अत्यन्त स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है। इसमें विटामिन सी बहुतायत मात्रा में पाई जाती है। इसके अतिरिक्त इस फल में विटामिन बी, फास्फोरस, पौटिशयम व कैल्सियम तत्व भी अधिक पाये जाते हैं, यह डेंगू बुखार में बहुत फायदेमंद है। पिछले कुछ दशकों में कीवी विश्व भर में लोकप्रिय होने वाला फल है। […]

नाशपाती की खेती, किस्में तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- नाशपाती के फल खाने में कुरकुरे, रसदार और स्वादिष्ट तथा पोषक तत्व से भरपूर होते हैं। यह सयंमी क्षेत्र का महत्वपूर्ण फल है। इसकी खेती भारत के ऊँचे पर्वतीय क्षेत्र से लेकर घाटी, तराई और भावर क्षेत्र तक में होती है। भारत में इसकी खेती हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश तथा कम सर्दी वाली […]

शकरकंद की व्यापारिक खेती,पैदावार तथा लाभ।

परिचय:- शकरकंद का वनस्पति नाम इपोमोएआ वतातास है। यह मिठा होता है तथा इसमें स्टार्च की अधिक मात्रा पाई जाती है। शकरकंद में वीटा कैरोटिन बड़ी मात्रा में पाई जाती है तथा इसे एंटीऑक्सीडेंट एवं अल्कोहल के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसकी कंद का उपयोग खाद्य के रूप में किया जाता है, […]

गाजर खेती की तकनीक, उन्नत किस्में तथा पैदावार।

परिचय:- गाजर एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं औषधीय गुणों से भरपूर जड़वाली सब्जी की फ़सल है। गाजर की खेती भारत के सभी राज्यों में की जाती है। इसको कच्चा एवं पकाकर दोनों ही रूप में प्रयोग में लिया जाता है। गाजर में प्रचुर मात्रा में कैरोटीन एवं विटामिन ए पाया जाता है। मुख्य रूप से गाज़र […]

ड्रैगन फ्रूट खेती के तकनीक, वाणिज्यिक खेती एवं लाभ।

परिचय:- ड्रैगन फ्रूट की खेती विशेष रूप से थाइलैंड, वियतनाम, इज़रायल और श्रीलंका में लोकप्रिय है। यह फल समाज के विशेष वर्ग के मध्य काफ़ी लोकप्रिय हो रहा है, बाज़ार में इसकी क़ीमत 200 से 250 रुपये प्रति फल तक है। अच्छे दाम मिलने की वजह से भारत के किसानों में भी इसकी खेती का […]

अनानास की व्यापारिक खेती, महत्व एवं लाभ।

परिचय:- अनानास विश्व प्रसिद्ध तथा महत्वपूर्ण फलों में से एक है। इसकी खेती मुख्य फसल या अन्तर फसल के रूप में की जा सकती है। यह स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण फसल है। इस फल में सभी प्रकार के लवण तथा विटामिन ए, बी एवं सी पाये जाते हैं। इसका सीधे उपयोग में लाने […]

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