मेथी की खेती, बीजोपचार तथा बुुआई की विधि।

परिचय:- राजस्थान तथा गुजरात मेथी पैदा करने वाले राज्यों में अग्रणी है। 80 फीसदी से अधिक मेथी का उत्पादन इन दोनों राज्यों में होता है। इसकी खेती मुख्यतः रबी मौसम में की जाती है, दक्षिण भारत में इसकी खेती बारिश के मौसम में की जाती है। यह औषधीय गुणों से भरपूर भोज्यपदार्थ है। इसका उपयोग […]

गन्ने की खेती, देखभाल तथा इसके लाभ।

परिचय:- गन्ना, भारत की महत्वपूर्ण फसलों में से एक है। यह वाणिज्यिक फसल हैै, गन्ने को नकदी फसल भी कहते हैं। यह चीनी और गुड़ उत्पादन का मुख्य श्रोत है। भारत का स्थान चीनी उत्पादन में दूसरा है। गन्ने की खेती बड़ी संख्या में लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार देती है। इसके […]

भारत में अश्वगंधा की खेती, औषधीय गुण एवं इसके फायदे।

परिचय:- अश्वगंधा या असगंधा का वानस्पतिक नाम वीथानीयां सोमनीफेरा है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय फसल है साथ ही यह नकदी फसल भी है। यह पौधा ठंडे स्थानों को छोड़कर अन्य सभी स्थानों में पाया जाता है। मुख्य रूप से इसकी खेती मध्यप्रदेश के पश्चिमी भाग व निकटवर्ती राज्य राजस्थान में होती है। राजस्थान के नागौरी […]

हर्बल एवं पशुपालन विशेष साप्ताहिक विवरण।

नमस्कार मित्रों हम पुनः उपस्थित हैं फसलबाज़ार के साप्ताहिक विवरण के साथ। साथियों इस सप्ताह हमनें दो नई श्रेणी हर्बल तथा पशुपालन को आप सबके कहने पर शामिल किया। जिसमें औषधीय पौधों की खेती तथा डेयरी उद्योग शामिल है। बहुत अच्छा लगता है आप लोगों के साथ काम करना और जानकारी साझा करना। आप लोगों […]

घृतकुमारी(एलोवेरा) की खेती, लागत एवं इसके फायदे।

परिचय:- घृतकुमारी को एलोवेरा के नाम से भी जाना जाता है। प्राचीन समय से चिकित्सा जगत में बीमारियों के उपचार के लिए इसका प्रयोग किया जा रहा है। इसके गुणों से हम सभी भली-भांति परिचित हैं तथा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से इसका उपयोग भी करते है। आयुर्वेदिक उद्योग में घृतकुमारी की मांग लगातार बढ़ती […]

तुलसी की व्यापारिक खेती एवं इसके औषधीय गुण।

तुलसी की खेती:- भारतीय रीति रिवाजो के अनुसार तुलसी एक पूजनीय पौधा है। हिन्दू धर्म के प्रत्येक लोग अपने घर में इसका पौधा लगाते है और पूजन करते है। इसका विशेष गुण यह भी है कि यह पौधा रात में भी ऑक्सीज़न ही उत्सर्जित करता है। यह एक औषधीय पौधा भी है, जिसकी पत्ति, तना, […]

सफेद कद्दू(पेठे) की खेती तथा इसका व्यापारिक महत्व।

परिचय:- सफेद कद्दू , पेठा कद्दू या सिझकुम्हरा ये कद्दू की ही एक प्रजाति है। ये बेलों पर फलती है। आपने आगरा के पेठे का नाम तो सुना हीं होगा, इसे चखने का मौका भी मिला होगा। आगरे का पेठा भारत के साथ पूरी दुनिया भर में मशहूर है। अतः इसकी मांग भारत के साथ […]

लोबिया की खेती, किस्में तथा व्यापारिक महत्व।

परिचय:- लोबिया हरी फली व, हरी खाद तथा सुखी बीज के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। यह पूरे भारत में उगाये जाने वाली फसल है, इसका मूल अफ्रीका है। यह सूखे में भी उगने योग्य है एवं जल्दी उत्पन्न होने वाली फसल है। इससे मिट्टी में नमी बनी रहती है। लोबिया प्रोटीन, कैल्शियम […]

तोरई की फसल तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- वैसे तो तोरई की खेती सम्पूर्ण भारत में की जाती है। लेकिन तोरई के उत्पादन में केरल, उड़ीसा, कर्नाटक, बंगाल और उत्तर प्रदेश अग्रणी है, यह सब्जी बेल पर उगती है। इसकी भारत में हर जगह बहुत मांग है, यह अनेक प्रोटीनों के साथ स्वादिष्ट भी होती है। बढ़ती माँग को देखते हुए इसकी […]

मूली की खेती तथा इसके व्यापारिक महत्व।

परिचय:- मूली एक जड़ों वाली सब्जी है, यह एक उष्णकटिबंधीय फसल है। यह सयंमी क्षेत्र की फसल है, यह एक जल्दी उगने वाली तथा सदाबहार फसल है। इसकी खाद्य जड़ें सफेद से लाल रंग की होती हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटका, पंजाब तथा असम में मुख्य रूप से इसकी खेती की जाती है। […]

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