शकरकंद की व्यापारिक खेती,पैदावार तथा लाभ।

परिचय:- शकरकंद का वनस्पति नाम इपोमोएआ वतातास है। यह मिठा होता है तथा इसमें स्टार्च की अधिक मात्रा पाई जाती है। शकरकंद में वीटा कैरोटिन बड़ी मात्रा में पाई जाती है तथा इसे एंटीऑक्सीडेंट एवं अल्कोहल के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसकी कंद का उपयोग खाद्य के रूप में किया जाता है, […]

गाजर खेती की तकनीक, उन्नत किस्में तथा पैदावार।

परिचय:- गाजर एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं औषधीय गुणों से भरपूर जड़वाली सब्जी की फ़सल है। गाजर की खेती भारत के सभी राज्यों में की जाती है। इसको कच्चा एवं पकाकर दोनों ही रूप में प्रयोग में लिया जाता है। गाजर में प्रचुर मात्रा में कैरोटीन एवं विटामिन ए पाया जाता है। मुख्य रूप से गाज़र […]

ड्रैगन फ्रूट खेती के तकनीक, वाणिज्यिक खेती एवं लाभ।

परिचय:- ड्रैगन फ्रूट की खेती विशेष रूप से थाइलैंड, वियतनाम, इज़रायल और श्रीलंका में लोकप्रिय है। यह फल समाज के विशेष वर्ग के मध्य काफ़ी लोकप्रिय हो रहा है, बाज़ार में इसकी क़ीमत 200 से 250 रुपये प्रति फल तक है। अच्छे दाम मिलने की वजह से भारत के किसानों में भी इसकी खेती का […]

अनानास की व्यापारिक खेती, महत्व एवं लाभ।

परिचय:- अनानास विश्व प्रसिद्ध तथा महत्वपूर्ण फलों में से एक है। इसकी खेती मुख्य फसल या अन्तर फसल के रूप में की जा सकती है। यह स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण फसल है। इस फल में सभी प्रकार के लवण तथा विटामिन ए, बी एवं सी पाये जाते हैं। इसका सीधे उपयोग में लाने […]

संतरे की खेती, उपयुक्त जलवायु, किस्में तथा पैदावार।

परिचय:- संतरा भारत में उगाई जाने वाली एक नींबूवर्गीय फल है। नींबूवर्गीय फलों में से 50 प्रतिशत केवल संतरे की खेती की जाती है। भारत में संतरा और माल्टा की खेती व्यवसायिक रूप से की जाती है। भारत में फलों की पैदावार में केले और आम के बाद संतरे का तीसरा स्थान है। भारत में […]

अमरूद की खेती, उपयुक्त जलवायु, किस्में तथा पैदावार।

परिचय:- अमरूद बहुतायत में पाया जाने वाला एक लोकप्रिय फल है। इसकी बागवानी भारतवर्ष के लगभग सभी राज्यों में की जाती है। बिना अधिक संसाधनों के भी हर वर्ष अधिक उत्पादन देने के कारण यह पर्याप्त आर्थिक लाभ देता है। लाभ को देखते हुए बड़े पैमाने पर किसान अमरूद की व्यावसायिक बागवानी करने लगे हैं। […]

कोदो, कुटकी गरीबों के लिए जीवन रक्षक फसल।

परिचय:- इसे मुख्य रूप से गरीबों और आदिवाशी क्षेत्रों का फसल माना जाता है। कोदो, कुटकी उस समय लगाई जाने वाली खाद्यान फसलें हैं जिस समय पर उनके पास किसी अन्य प्रकार के अनाज खाने को उपलब्ध नहीं हो पाता था। अगस्त-सितम्बर के प्रारंभ में पक कर तैयार होने वाली ये फसलें ऐसे समय में […]

बाजरा की खेती एक परिचय तथा व्यापारिक महत्व।

बाजरा भारत में उगाई जाने वाली एक ऐसी फसल है जो विपरीत परिस्थिति एवं सीमित वर्षा वाले क्षेत्रो तथा बहुत कम उर्वरको की मात्रा के साथ उगाई जाती है। यह मुख्य रूप से शुष्क एवं अर्द्धशुष्क क्षेत्रो मे उगाई जाती है। क्षेत्रो के लिए बाजरा दाने एवं चारे का मुख्य श्रोत माना जाता है। यह […]

रागी की उन्नत खेती तथा उपयुक्त किस्में।

परिचय:- रागी, इसे अनेक क्षेत्रों में मरुआ के नाम से भी जाना जाता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्सियम पायी जाती है। जिसका उपयोग करने पर हड्डियां मजबूत होती है। प्रोटीन, वसा, रेषा व कार्बोहाइड्रेट से भरपूर रागी बच्चों एवं बड़ों दोनों के लिये उत्तम आहार है। कैल्सियम व अन्य खनिज तत्वों की भरपूर मात्रा […]

फसल बाज़ार का मसाला विशेष साप्ताहिक विवरण।

नमस्कार, फसल बाजार आपके बीच अपने सप्ताह के सम्पूर्ण विवरण के साथ पुनः उपस्थित हैं। जिसमें हम आपसे अपने पूरे सप्ताह पर दिए गए सारे जानकारियों से परिचय करवाते हैं। तथा, आपके विचार एवं सलाह लेते हैं। हम आज भी एक-एक कर आपको अपने पूरे सप्ताह की विवरणों से परिचित करवाएंगे। तथा, अपने सप्ताह भर […]

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