कमरख की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- कमरख अंग्रेजी में जिसे स्टार फ्रूट और वैज्ञानिक में कारामबोला के नाम से जाना जाता है, एक खट्टा-मीठा फल है जो आकार पांच-बिंदु वाले तारे के आकार के जैसा होता है। इस फल के गूदे में हल्का खट्टा स्वाद होता है और इसका छिलका भी खाने योग्य होता है। इसका रंग पीला या हरा […]

चकोतरा की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- चकोतरा एक फल है, जो उस निम्बू-वंश का सबसे बड़ी जातियों में से एक है। चकोतरा का फल जब कच्चा होता है तब हरा और पकने के बाद हल्का हरा या पीला हो जाता है। इसका स्वाद हल्का खट्टा-मीठा होता है। यह भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र की जन्मी हुई जाति है […]

गिलोय की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- गिलोय एक जड़ी-बूटी है, जो भारत के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पायी जाती है। भारत में गिलोय को तीन अमृत पौधों में से एक माना जाता है। अमृत जिसका मतलब है अमरता का मूल क्युकी यह विभिन्न बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होता आया है। यह कई लम्बी टहनियों वाली शाखाओं के सहारे बड़े पैमाने […]

गुड़ बनाने का उद्योग, मशीनरी एवं उचित योजना।

परिचय:- भारत में गुड़ का इस्तेमाल चीनी के विकल्प के रूप में किया जाता है। इसे गन्ने और खजूर के पेड़ के तने से रस निकाल के, फलों और शलगम से बनाये जाते हैं। इसे बनाने का ज्यादातर व्यापार ऐसे जगह पर होता है जहाँ इन सबकी खेती होती हो, लेकिन बाकी जगहों पर भी […]

बटरनट स्क्वाश की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- बटरनट कुकुर बिटास और कद्दू के परिवार से संबंधित है, इसलिए इसे बटरनट कद्दू के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो यह एक फल है लेकिन इससे सबजी की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है। इसका छिलका टैन-पीला रंग और गुदा नारंगी होता है और इसका स्वाद कद्दू-अखरोट जैसा मीठा होता है। […]

स्विस चार्ड की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- स्विस चार्ड चुकंदर के परिवार का सदस्य है जिसको उसके चमकीले और रंगीन तनों के लिए जाना जाता है। इसके तने पीला, गुलाबी, लाल, नारंगी और सफेद रंगो के होते हैं। इसके पत्ते और तने दोनों को कच्चा या पका के खाया जाता है। इस्तेमाल:- ताजा स्विस चार्ड को कच्चा सलाद, टॉर्टिला रैप, सूप […]

कोलार्ड ग्रीन्स की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- कोलार्ड सबसे पौष्टिक सब्जियों में से एक है, जो गोभी परिवार से संबंधित है लेकिन वे सिर नहीं बनाते। इन्हे इनकी ढीले ढाले, बड़े, गहरे हरे पत्तियों के लिए उगाया जाता हैं। एक बार पौधा लगाने के बाद साल भर पैदावार मिल सकता हैं, लेकिन पहले ठंढ के बाद ठंडे महीनों में खाने में […]

शाहबलूत की खेती, फायदे तथा व्यापारिक लाभ।

परिचय:- शाहबलूत जिसे अंग्रेजी में एकोर्न कहते हैं, अखरोट के दाने ( आमतौर पर 1 लेकिन कभी – कभी 2 बीज ) के होते हैं। यह एक सख्त, कप के आकार के चमड़े के खोल में बन्द होते हैं। प्रजातियों के आधार पर इसे तैयार होने में 6 – 24 महीने लगते हैं। शाहबलूत का […]

ट्रॉली बैग बनाने का उद्योग, व्यापार की शुरुआत एवं उचित योजना।

परिचय:- ट्रॉली बैग, मानव जाति के निर्माण के बाद से ही वह अलग अलग कारणों से एक स्थान से दूसरे स्थान सफर करने लगा। सफर के समय उनके पास सामान और खाना हुआ करता था जो पहले ज़माने में तो वो लकड़ी के बक्से में सारे सामान और खाना भर जानवरों द्वारा खींचवा के एक […]

कॉपर वायर बनाने का उद्योग, व्यापार की शुरुआत एवं उचित योजना।

परिचय:- किसी भी धातु में प्रतिरोधकता का स्तर जितना कम होगा, उतनी ही अधिक विद्युत चालकता होगी। कॉपर में प्रतिरोधकता कम और विद्युत चालकता ज्यादा होती है यही वजह है कि कॉपर एक अति प्रकृष्ट संवाहक है। कॉपर में अन्य धातु के मुकाबले में कम ऑक्सीडेटिव है। कॉपर की इन्ही गुणों के कारण इसका इस्तेमाल […]

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