धान पुआल मशरूम अथवा पैडीस्‍ट्रा खुम्‍बी की खेती।

परिचय:- धान पुआल अथवा पैड्डीस्ट्रा खुम्बी भी एक प्रचलित खुम्बी प्रकार है। जिसका उपयोग व्यापारिक मशरुम की खेती में किया जाता है। बाकी मशरूमों की तरह इसे भी हवादार कमरे या शेड में आसानी से उगाया जाता है। यह मुख्यरूप से समुद्रि तटों वाले स्थान पे उगाया जाता है, इसका रंग गहरा तथा स्वाद उत्तम […]

ढिंगरी या ऑयस्टर मशरुम उगाने की पूरी जानकारी।

परिचय:- यह भारत में पाई जाने वाली मशरूम की प्रजातियों में से एक है। इसकी खेती आसान और सस्ती है। ढिंगरी मशरूम में दूसरे मशरूम की तुलना में अधिक औषधीय गुण पाए जाते हैं। भारत के विभिन्न शहर जैसे दिल्ली, कलकत्ता, मुम्बई एवं चेन्नई जैसे महानगरों में इसकी बड़ी माँग है। जिसके फलस्वरूप इसके उत्पादन […]

बटन मशरूम की खेती, बिजाई तथा व्यापार।

परिचय:- मशरूम एक फफूंदी प्रजाति का पौधा है। यह बरसात में हमारे यहाँ यत्र – तत्र देखने को मिल जाती है। जिसका प्रयोग हमारे पूर्वज द्वारा वर्षों से खाद्य पदार्थ तथा औषधि के रूप में की जाती है। यह छत्ते के आकार का होता है, तथा प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से परिपूर्ण होता है। […]

मेथी की खेती, बीजोपचार तथा बुुआई की विधि।

परिचय:- राजस्थान तथा गुजरात मेथी पैदा करने वाले राज्यों में अग्रणी है। 80 फीसदी से अधिक मेथी का उत्पादन इन दोनों राज्यों में होता है। इसकी खेती मुख्यतः रबी मौसम में की जाती है, दक्षिण भारत में इसकी खेती बारिश के मौसम में की जाती है। यह औषधीय गुणों से भरपूर भोज्यपदार्थ है। इसका उपयोग […]

गन्ने की खेती, देखभाल तथा इसके लाभ।

परिचय:- गन्ना, भारत की महत्वपूर्ण फसलों में से एक है। यह वाणिज्यिक फसल हैै, गन्ने को नकदी फसल भी कहते हैं। यह चीनी और गुड़ उत्पादन का मुख्य श्रोत है। भारत का स्थान चीनी उत्पादन में दूसरा है। गन्ने की खेती बड़ी संख्या में लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार देती है। इसके […]

भारत में अश्वगंधा की खेती, औषधीय गुण एवं इसके फायदे।

परिचय:- अश्वगंधा या असगंधा का वानस्पतिक नाम वीथानीयां सोमनीफेरा है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय फसल है साथ ही यह नकदी फसल भी है। यह पौधा ठंडे स्थानों को छोड़कर अन्य सभी स्थानों में पाया जाता है। मुख्य रूप से इसकी खेती मध्यप्रदेश के पश्चिमी भाग व निकटवर्ती राज्य राजस्थान में होती है। राजस्थान के नागौरी […]

बकरी पालन एक व्यवसाय एवं उपयोगी नस्लें।

एक परिचय:- बकरी पालन प्रायः सीमित साधन के साथ कम लागत, साधारण आवास, सामान्य रख-रखाव के साथ सामान्य पालन-पोषण के साथ किया जाता है। इसके उत्पाद की बिक्री के लिए बाजार ढूंढना नहीं पड़ता यह सर्वत्र उपलब्ध है। इसलिए पशुधन में बकरी का एक विशेष स्थान है। अतः महात्मा गाँधी बकरी को ‘गरीब की गाय’ […]

हर्बल एवं पशुपालन विशेष साप्ताहिक विवरण।

नमस्कार मित्रों हम पुनः उपस्थित हैं फसलबाज़ार के साप्ताहिक विवरण के साथ। साथियों इस सप्ताह हमनें दो नई श्रेणी हर्बल तथा पशुपालन को आप सबके कहने पर शामिल किया। जिसमें औषधीय पौधों की खेती तथा डेयरी उद्योग शामिल है। बहुत अच्छा लगता है आप लोगों के साथ काम करना और जानकारी साझा करना। आप लोगों […]

घृतकुमारी(एलोवेरा) की खेती, लागत एवं इसके फायदे।

परिचय:- घृतकुमारी को एलोवेरा के नाम से भी जाना जाता है। प्राचीन समय से चिकित्सा जगत में बीमारियों के उपचार के लिए इसका प्रयोग किया जा रहा है। इसके गुणों से हम सभी भली-भांति परिचित हैं तथा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से इसका उपयोग भी करते है। आयुर्वेदिक उद्योग में घृतकुमारी की मांग लगातार बढ़ती […]

मत्स्य पालन एक व्यवसाय तथा इसके महत्व।

भूमिका:- मत्स्य पालन तटीय क्षेत्रों में सदा से आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत रहा है। मीठे जल में भी मत्स्य पालन में जबरदस्त आर्थिक क्षमता है। इसमें कृषि आधारित आजीविका के अन्य स्त्रोतों से बहुत अधिक फायदे हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के परिवार अधिक कार्यरत हैं। देश में मीठे जल के मत्स्य पालन से होने […]

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