धनिया की खेती, किस्में, उपयोग एवं महत्व।

परिचय:- भारत देश को सदियों से ”मसालों की भूमि” के नाम से जाना जाता है। धनिया भारत का एक महत्वपूर्ण मसाला है, जिसके बीज एवं पत्तियां दोनों भोजन को सुगंधित एवं स्वादिष्ट बनाने के काम आते हैं। इसका बीज औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। यह अम्बेली फेरी अथवा गाजर कुल का एक वर्षीय मसाला फसल […]

काली मिर्च की खेती तथा प्रमुख प्रजातियाँ।

परिचय:- काली मिर्च(पाईपर) एक बहुवर्षीय आरोही बेल है। इसके फल को मसाला तथा औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। भारत विश्व में काली मिर्च का प्रमुख उत्पादक, उपभोक्ता एवं निर्यातक देशों में से एक है। भारत में काली मिर्च की खेती मुख्य रूप से केरल, कर्नाटक तथा तमिलनाडू राज्यों में होती है। भारत […]

रेशम के कीटों का पालन, परिचय तथा व्यापार।

परिचय:- कच्चा रेशम के लिए रेशम के कीटों का पालन किया जाता है इसे सेरीकल्चर कहते है। इसके वस्त्र रानी के नाम से विख्यात है इसे विलासिता, मनोहरता, विशिष्टता एवं आराम का सूचक माना जाता है। रेशमकीट जिसे इल्ली कहते हैं, के द्वारा निकाले जाने वाले एक प्रोटीन से बना होता है। ये विशेष पौधों […]

मेंथा की व्यापारीक खेती एवं बुआई का समय।

परिचय:- मेंथा एक औषधीय गुणों से भरपूर वनस्पति है। इसकी उपलब्धता तथा इसके फायदे को देखते हुए पिछले कुछ वर्षों से मेंथा जायद की प्रमुख फसल के रूप में अपना स्थान बना रही है। इसके तेल का उपयोग सुगन्ध व औषधि बनाने में किया जाता है। भूमि:- मेंथा की अच्छी खेती के लिए जीवांश युक्त अच्छी […]

जेट्रोफा (रतनज्योत) की व्यापारिक खेती, एवं उन्नत किस्में।

परिचय:- जेट्रोफा (रत्नज्योत) के तेल का इस्तेमाल ईंधन, औषधि, जैविक खाद, रंग बनाने में किया जाता है। इसके भूमि सूधार, भूमि कटाव को रोकने में, खेत की मेड़ों पर बाड़ के रूप में महत्व है। यह बदलते परिदृश्य में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ानें में उपयोगी साबित हुआ है। यह बायो-डीजल का स्रोत है जिसमें […]

अरण्डी की खेती, फायदे तथा व्यापारिक परिचय।

परिचय:- अरण्डी औषधीय गुणों से भरपूर है। इसके तेल का उपयोग अनेक बीमारियों में अचूक दवा के रूप में किया जाता है। अरण्डी का तना कीटनाशक बनाने के काम में आता है। इसके पत्तों तथा जड़ों का दवाओं के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। मिश्रित फसल की बुआई में अरण्डी के नीचे वाली फसल […]

मूंगफली की खेती, किस्में, खुदाई एवं भण्डारण।

परिचय:- मूंगफली तिलहन की एक महत्वपूर्ण फसल है। ये भारत के विभिन्न प्रान्तों में सफलतापूर्वक उगाई जाती है। इसे तेल तथा खाद्यान्न दोनो रूप में इस्तेमाल किया जाता है। मूंगफली के तेल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-बी, विटामिन-सी, कैल्शियम, मैग्नेशियम, जिंक फॉस्फोरस और पोटाश जैसे खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते है। इसकी खेती गुजरात, […]

शलजम की खेती, व्यापारिक महत्व तथा पैदावार।

परिचय:- शलजम शरद-ऋतु की फसल है। शलजम भारत में उगाई जाने वाली लोकप्रिय सब्जियों में से एक है। इसकी फसल को लगभग सभी प्रकार की भूमि में उगाया जा सकता है। ठण्डी जलवायु में इस फसल को उगाया जाता है, यह ठन्ड व पाले सहन करने में सक्षम है। अच्छी बढ़वार के लिये ठन्ड व […]

मुर्गी पालन एक सफल व्यापार एवं इसके महत्व।

परिचय:– मुर्गी पालन एक सफल व्यवसाय है। यह एक ऐसा व्यापार है जिसको कम पूंजी, कम समय, कम मेहनत और कम जगह में प्रारंभ किया जा सकता है। आज भारत में एक अनुमान के मुताबिक लगभग 50-60 लाख लोग मुर्गी पालन रोजगार से जुड़े हुए है। पोल्ट्री बिज़नेस को प्रारंभ करना बहुत कठिन नहीं है, […]

सफेद कद्दू(पेठे) की खेती तथा इसका व्यापारिक महत्व।

परिचय:- सफेद कद्दू , पेठा कद्दू या सिझकुम्हरा ये कद्दू की ही एक प्रजाति है। ये बेलों पर फलती है। आपने आगरा के पेठे का नाम तो सुना हीं होगा, इसे चखने का मौका भी मिला होगा। आगरे का पेठा भारत के साथ पूरी दुनिया भर में मशहूर है। अतः इसकी मांग भारत के साथ […]

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